Posted On Feb 11
दीनदयाल जी के पास क्या था, कुछ नहीं था।
वे अनिकेत थे, अकिंचन थे, न घर था, न धन था, लेकिन हमारे दिलों में आज भी हैं।
ऐसा प्रेरक व्यक्तित्व, ऐसी विरासत हमारे पास जब हो, तो हमें राष्ट्रसेवा के संकल्पों से कोई विचलित नहीं कर सकता।
#SamarpanDiwas
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