दीनदयाल जी के पास क्या था, कुछ नहीं था।
वे अनिकेत थे, अकिंचन थे, न घर था, न धन था, लेकिन हमारे दिलों में आज भी हैं।
ऐसा प्रेरक व्यक्तित्व, ऐसी विरासत हमारे पास जब हो, तो हमें राष्ट्रसेवा के संकल्पों से कोई विचलित नहीं कर सकता।
#SamarpanDiwas
हमारी विचारधारा देशभक्ति से शुरू होती है, देशभक्ति से प्रेरित होती है और देशहित में होती है। हम उसी विचारधारा में पले हैं, जो ‘राष्ट्र प्रथम’ की बात करती है। #SamarpanDiwas
कोरोना काल में देश ने अंत्योदय की भावना को सामने रखा और अंतिम पायदान पर खड़े हर गरीब की चिंता की।
आत्मनिर्भरता की शक्ति से देश ने एकात्म मानव दर्शन को भी सिद्ध किया, पूरी दुनिया को दवाएं पहुंचाईं और आज दुनिया को वैक्सीन भी पहुंचा रहा है। #SamarpanDiwas
भारत माता के महान सपूत और भारतीय राजनीति में गांव, गरीब, किसान, नौजवान समेत समाज के प्रत्येक वर्ग के विषय में स्पष्ट और पारदर्शी सोच को स्थापित करने वाले श्रद्धेय पं. दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों की ओर से विनम्र श्रद्...
दीनदयाल जी का जीवन राष्ट्रसेवा व समर्पण का एक विराट प्रतीक है। मातृभूमि के उत्थान के प्रति उनके... moreदीनदयाल जी का जीवन राष्ट्रसेवा व समर्पण का एक विराट प्रतीक है। मातृभूमि के उत्थान के प्रति उनके समर्पण भाव ने हमें प्रेरित कर सदैव हमारा मार्गदर्शन किया है।
आज परम श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्याय जी के बलिदान दिवस पर उनके चरणों में नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। #SamarpanDiwasless
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